यदि आपके टॉन्सिल दब गए हैं तो आप कौन से फल खा सकते हैं?
पुरुलेंट टॉन्सिल गले के संक्रमण का एक सामान्य लक्षण है, जिसमें अक्सर दर्द, सूजन और निगलने में कठिनाई होती है। उपचार प्रक्रिया के दौरान, उचित आहार कंडीशनिंग विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से उपयुक्त फलों का चयन करना, जो न केवल पोषण को पूरक कर सकते हैं बल्कि असुविधा से भी राहत दिला सकते हैं। टॉन्सिल दमन वाले रोगियों के लिए अनुशंसित फल और संबंधित सावधानियां निम्नलिखित हैं।
1. टॉन्सिल दमन के रोगियों के लिए उपयुक्त फल

निम्नलिखित फलों में सूजनरोधी, सुखदायक या विटामिन से भरपूर गुण होते हैं जो लक्षणों से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं:
| फल का नाम | प्रभावकारिता | ध्यान देने योग्य बातें |
|---|---|---|
| नाशपाती | फेफड़ों को नम करें, खांसी से राहत दें, गर्मी दूर करें और विषहरण करें | गले में जलन पैदा करने वाले ठंडे भोजन से बचने के लिए जूस या स्टू का सेवन करने की सलाह दी जाती है। |
| तरबूज | मूत्रवर्धक, अग्नि को कम करने वाला, पानी की पूर्ति करने वाला | फ्रिज में रखने से बचें, कमरे के तापमान पर खाना बेहतर है |
| कीवी | विटामिन सी से भरपूर, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है | फलों के एसिड से गले में जलन हो सकती है, इसलिए इन्हें कम मात्रा में सेवन करने की सलाह दी जाती है |
| सेब | आहारीय फाइबर से भरपूर, चयापचय को बढ़ावा देता है | इसे भाप में पकाकर खाया जा सकता है, नरम किया जा सकता है और निगलने में आसानी होती है |
| केला | नरम और मोमी, निगलने में आसान, ऊर्जा की पूर्ति करता है | अधिक पकाने या कम पकाने से बचें और कमरे के तापमान पर खाएं |
2. फलों से परहेज करें
कुछ फल गले में जलन बढ़ा सकते हैं या एलर्जी पैदा कर सकते हैं, इसलिए सावधानी से चुनें:
| फल का नाम | कारण |
|---|---|
| साइट्रस (संतरा, अंगूर, आदि) | फल एसिड की उच्च सामग्री, जो श्लेष्म झिल्ली को परेशान कर सकती है |
| अनानास | इसमें प्रोटीज़ होता है, जो चुभन का कारण बन सकता है |
| डूरियन | उच्च कैलोरी आसानी से सूजन को बढ़ा सकती है |
3. फलों के सेवन के सुझाव
1.उपयुक्त तापमान: ज्यादा ठंडे या ज्यादा गर्म फलों से परहेज करें। कमरे का तापमान या गर्म जूस गले की रिकवरी के लिए अधिक अनुकूल होते हैं।
2.विभिन्न रूप: निगलने में कठिनाई को कम करने के लिए फलों का रस निकाला जा सकता है, उबाला जा सकता है या प्यूरी बनाई जा सकती है।
3.उचित राशि ही मुख्य बात है: अत्यधिक सेवन से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट पर बोझ बढ़ सकता है। प्रतिदिन 200-300 ग्राम सेवन करने की सलाह दी जाती है।
4. अन्य आहार संबंधी सावधानियां
फलों के अलावा टॉन्सिल दमन के रोगियों को इन बातों पर भी ध्यान देने की जरूरत है:
-सूखे गले से राहत पाने के लिए गर्म पानी या शहद का पानी अधिक पिएं।
- मसालेदार, तले हुए और कठोर भोजन से बचें।
- प्रोटीन का सेवन सुनिश्चित करें, जैसे अंडा कस्टर्ड, टोफू और अन्य नरम खाद्य पदार्थ।
5. सारांश
टॉन्सिल दबने के दौरान, सही फलों का चयन करने से रिकवरी में तेजी लाने में मदद मिल सकती है। नाशपाती और तरबूज़ जैसे हल्के फलों को प्राथमिकता दी जाती है, जबकि अम्लीय या एलर्जी-प्रवण फलों से बचना चाहिए। साथ ही, चिकित्सीय सलाह के साथ आहार पैटर्न और संयोजनों पर ध्यान देने से लक्षणों से तेजी से राहत मिल सकती है।
(नोट: इस लेख की सामग्री केवल संदर्भ के लिए है। डॉक्टर की सलाह से विशिष्ट आहार का पालन करना आवश्यक है।)
विवरण की जाँच करें
विवरण की जाँच करें